स्वतंत्रता के लिए संघर्ष के दौरान जबलपुर शहर ने एक प्रमुख भूमिका निभाई थी। एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटना 1939 में “त्रिपुरी कांग्रेस” सत्र के आयोजन में हुई थी । नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने 1939 में “त्रिपुरीकांग्रेस” के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के लिए चुनाव जीता था। जबलपुर में उसकी याद में “कामनिआ गेट” बनाया गया था।
#कमानियागेट बाजार उस समय शहर की जीवन रेखा थी। आज एक विशाल आभूषण बाजार कमानिया गेट के पास स्थित है। यह एक प्राचीन बाजार है ।कई दुकानें तो लगातार तीसरी – चौथी पीढ़ी से चल रही हैं । भारत भर में प्रसिद्धः खोये की जलेबी (एक मिठाई ) का उद्गम लगभग एक शती पहले कमानिया गेट से ही हुआ था